यूनिकोड क्या है | unicode kya hai
यूनिकोड : सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नई क्रांति
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यूनिकोड क्या है | unicode kya hai
यूनिकोड unicode एक कंप्यूटर प्रोग्राम है, जो हमारे द्वारा
की-बोर्ड
से टाइप किए गये प्रत्येक अक्षर को एक विशेष कोड या नम्बर प्रदान करता है। हम इंटरनेट पर जो भी लेख हिंदी में लिखा हुआ
देखते हैं अथवा इंटरनेट पर जो भी सामग्री हिंदी में उपलब्ध है वह सब यूनिकोड के
माध्यम से ही लिखे और टाइप किए जाते हैं। इसका सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि सभी
प्रकार के सॉफ्टवेयर में अथवा किसी भी भाषा में यूनिकोड का प्रयोग किया जा सकता
है।
यूनिकोड
को दुनिया भर के कम्प्यूटरों में प्रयोग किया जा रहा है। यूनिकोड में टाइप की गई
पाठ्य सामग्री या विषयवस्तु को कहीं भी ले जाने पर उसका स्वरूप नहीं बदलता है, वह पूरी दुनिया
में कहीं भी पढ़ी जा सकती है । इसके लिए प्रत्येक सिस्टम में यूनिकोड सक्रिय (Activate)
किया जाना आवश्यक है । यूनिकोड से टाइप
करने की सुविधा विश्व की अधिकांश भाषाओं में उपलब्ध है । भारत के संविधान की
आठवीं अनुसूची में जो 22 भारतीय भाषाएँ शामिल की गई हैं, लगभग उन सभी
में यूनिकोड के माध्यम से टाइप करने की व्यवस्था और सुविधा उपलब्ध है।
संक्षेप में हम कह सकते हैं कि यूनिकोड unicode एक टेक्नोलॉजी मानक है। यूनिकोड मानक में विश्वस्तर पर प्रचलित सभी लिपियों के वर्णमाला के प्रत्येक अक्षर के लिए यूनिक कोड प्रदान किया गया है। यूनिकोड (Unicode) प्रत्येक अक्षर के लिए एक विशेष संख्या प्रदान करता है, चाहे कोई भी कम्प्यूटर प्लेटफॉर्म, प्रोग्राम अथवा कोई भी भाषा हो।
सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में यूनिकोड के आगमन से हिंदी टाइपिंग न जानने वाले भी हिंदी में टाइप कर सकते हैं। आप यह जो पॉवरपॉइंट प्रेजेंटेशन देख रहे हैं यह भी यूनिकोड unicode के माध्यम से (फोनेटिक की-बोर्ड के माध्यम से) टाइप किया गया है ।
कंप्यूटरों में हिंदी में कार्य करने के लिए 3 की-बोर्ड के विकल्प उपलब्ध हैं
इंस्क्रिप्ट की-बोर्ड
रेमिंग्टन की-बोर्ड
रेमिंग्टन गेल की-बोर्ड हमारे पुराने मैनुअल की-बोर्ड (पुराने टाइपराइटर का
की-बोर्ड ले-आउट जैसे कि कृति देव 016 या कृति देव 010 के की-बोर्ड) की तरह काम करता
है । इसमें कृति देव में टाइपिंग जानने वाले भी यूनिकोड पर काम कर सकते हैं, क्योंकि इसका
ले-आउट भी लगभग कृति देव की तरह ही है। इसे कृति देव में टाइपिंग जानने वाले बहुत
आसानी से प्रयोग कर सकते हैं और यूनिकोड में टाइप कर सकते हैं। उन्हें परेशान होने
की बिलकुल भी आवश्यकता नहीं है । इसे भी सीखने के लिए विधिवत प्रशिक्षण की
आवश्यकता पड़ती है । लेकिन जो लोग कृति देव में टाइप करना जानते हैं, उन्हें इसे
सीखने की आवश्यकता नहीं पड़ती है । इसके साथ ही ऑनलाइन फॉन्ट कन्वर्टर की सहायता
से कृति देव फोंट्स को मंगल फोंट्स या
अन्य यूनिकोड समर्थित फोंट्स में परिवर्तित भी किया जा सकता है ।
फोनेटिक की-बोर्ड
यह सर्वाधिक प्रचलित की-बोर्ड है । इसके माध्यम
से हम अंग्रेजी के की-बोर्ड ले-आउट (हमारा
सामान्य की-बोर्ड जो हर डेस्कटॉप और लैपटाप में होता है) की सहायता से टाइप करके
हिंदी में टाइप कर सकते हैं। अर्थात आप
टाइप तो अंग्रेजी (रोमन लिपि) में ही करेंगे लेकिन आपको आउटपुट हिंदी (देवनागरी
लिपि में मिलेगा)
इस बात का विशेष ध्यान रखें कि यह की-बोर्ड
केवल लिपि में परिवर्तन करता है । यह रोमन लिपि को देवनागरी लिपि में परिवर्तित
करता है। इस प्रक्रिया को लिप्यंतरण (Transliteration) कहते हैं । यह की-बोर्ड
अनुवाद (Translation) नहीं करता है ।
इसमें टाइपिंग सीखने के लिए किसी भी प्रकार के
प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं पड़ती है। अंग्रेजी के की-बोर्ड का प्रयोग करने वाला
प्रत्येक व्यक्ति इसका बहुत आसानी से प्रयोग कर सकता है । यह सर्वाधिक प्रचलित और
अत्यंत लोकप्रिय की-बोर्ड है ।
उदाहरण
: Rahul ek kitab padh
raha hai. Wah upanyas samrat munshi premchand kaa prasiddha upanyas ‘Godan’
padh raha hai. (यह रोमन लिपि में लिखा गया है)।
फोनेटिक लिप्यंतरण : राहुल एक किताब पढ़ रहा है । वह उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद का प्रसिद्ध उपन्यास ‘गोदान’ पढ़ रहा है । (यह देवनागरी लिपि में लिखा गया है ) ।
यूनिकोड की आवश्यकता क्यों है? unicode ki awashaykta kyon hai
यूनिकोड unicode मानक सार्विक करैक्टर इनकोडिंग मानक है जिसका प्रयोग कंप्यूटर प्रोसेसिंग के लिए टेक्स्ट के निरूपण के लिए किया जाता है। कंप्यूटर पर एकरूपता के लिए एकमात्र विकल्प कैरेक्टर इनकोडिंग के लिए यूनिकोड है।
इससे हिंदी तथा अन्य भारतीय भाषाओं में
कंप्यूटर पर अंग्रेजी की तरह ही सरलता से 100% कार्य किया जा
सकता है, कंप्यूटर पर हिंदी में सभी कार्य जैसे – वर्ड प्रोसेसिंग, डाटा प्रोसेसिंग, ई-मेल, वेबसाइट निर्माण
आदि किए जा सकते हैं। हिंदी में बनी
फाइलों का आसानी से आदान-प्रदान कर सकते हैं ।
कुछ समय पूर्व यह समस्या थी कि किसी वेबसाइट
पर हिंदी में उपलब्ध सामग्री को पढ़ने के लिए कम्प्यूटर में उस वेबसाइट से
संबंधित फॉन्ट को डाउनलोड करना होता था इसके बाद ही हम उस वेबसाइट पर उपलब्ध
सामग्री को पढ़ पाते थे। फिर भी उसमें बहुत सारी कमियाँ होती थीं। लेकिन यूनिकोड के
आने से आपको कोई फॉन्ट डाउनलोड करने की आवश्यकता नहीं होती है। आप किसी भी वेबसाइट
पर हिंदी में उपलब्ध सामग्री को आराम से पढ़ सकते हैं। गूगल, फायर फॉक्स अथवा किसी भी अन्य सर्च इंजन पर हिंदी में टाइप करके कुछ भी
हिंदी में सर्च कर सकते हैं।
हमारे दैनिक जीवन में हिंदी भाषा के प्रयोग में यूनिकोड का महत्व तथा
लाभ: unicode ka mahatva aur unicode ka labh
1. एक ही दस्तावेज
में अनेकों भाषाओं के टेक्स्ट (text) लिखे जा सकते
है। उदाहरण के लिए यदि आप हिंदी में कोई दस्तावेज़ टाइप कर रह रहे हैं और बीच में
ही अंग्रेजी (रोमन लिपि) में कुछ टाइप करना हो तो उसी दस्तावेज़ में तुरंत अंग्रेजी
में टाइप करना शुरू कर सकते हैं । इसका अर्थ यह है कि एक ही दस्तावेज़ में तुरंत
हिंदी से अंग्रेजी या अंग्रेजी से हिंदी में टाइप करना शुरू कर सकते हैं ।
2. किसी
सॉफ्टवेयर-उत्पाद का एक ही संस्करण पूरे विश्व में चलाया जा सकता है। क्षेत्रीय
बाजारों के लिए अलग से संस्करण निकालने की ज़रूरत नहीं पड़ती ।
3.
आप बिना हिंदी टाइपिंग सीखे हिंदी में टाइप कर सकते हैं ।
4. आप किसी भी सर्च इंजन जैस गूगल, मोजाइला फायरफॉक्स इत्यादि में हिंदी में टाइप करके कुछ भी सर्च कर सकते हैं। कृति देव जैसे फोंट्स में यह सुविधा उपलब्ध नहीं है ।
5. आप हिंदी में ई-मेल भेज सकते हैं।
6. कम्प्यूटर में विभिन्न फाइलों और फोल्डरों के नाम अंग्रेजी की तरह हिंदी में बहुत आसानी से रख सकते हैं। अर्थात अपनी फाइलों और फोल्डर का नामकरण हिंदी में कर सकते हैं ।
7. फेसबुक, व्हाट्स अप, यूट्यूब, इत्यादि सोशल मीडिया पर हिंदी में चैटिंग कर सकते हैं, अपने कमेंट्स हिन्दी में लिख सकते हैं ।
8.
अंग्रेजी की तरह ही हिंदी में भी बहुत आसानी से अपना स्वयं का
वेबसाइट या ब्लॉग बना सकते हैं।
9.
एमएस वर्ड और एमएस एक्सेल में हिंदी में टाइप कर सकते हैं।
10.
फेसबुक, ट्विटर, इन्स्टाग्राम, यूट्यूब जैसे सोशल नेटवर्किंग साइटों
पर आसानी से हिंदी में लिख सकते हैं।
11. यूनिकोड unicode में टाइप की गई या लिखी हुई किसी भी पाठ्य सामग्री को आसानी से अन्य भाषाओं में अनुवादित (Translate) किया जा सकता है।
भारत में केंद्र सरकार के कार्यालयों में ई-ऑफिस में कार्य करने के लिए यूनिकोड का महत्व
केंद्र सरकार के लगभग सभी कार्यालयों में अब ई-ऑफिस प्रणाली लागू कर दिया गया है । ई-ऑफिस प्रणाली में हिंदी में किया जाने वाला सभी कार्य यूनिकोड unicode के माध्यम से ही किया जाता है । भारत सरकार द्वारा यूनिकोड को अपने सभी कार्यालयों में अनिवार्य कर दिया गया है, भारत सरकार की सभी वेबसाइटों पर यूनिकोड का प्रयोग किया जा रहा है। यहाँ तक कि नई भर्तियों के लिए अभ्यर्थियों को यूनिकोड फॉन्ट (इन्स्क्रिप या रेमिंग्टन की-बोर्ड के माध्यम से टाइप करना) में टाइपिंग टेस्ट भी अनिवार्य कर दिया गया है। अर्थात् यदि आप केंद्र सरकार की नौकरी (अवर श्रेणी लिपिक, कर सहायक इत्यादि, क्लर्क, टाइपिस्ट इत्यादि की तैयारी कर रहे हैं तो यूनिकोड टाइपिंग अवश्य सीखें।
निष्कर्ष
राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एनकोडिंग की एकरूपता को ध्यान में रखते हुए सभी केंद्रीय कार्यालय को कंप्यूटरों में यूनिकोड एनकोडिंग प्रणाली अथवा यूनिकोड समर्थित ओपन टाइप फोंट का ही प्रयोग करने का निदेश दिया है। परंतु, कंप्यूटर परिचालन से संबंधित छोटी-छोटी जानकारी के अभाव में कई केंद्रीय कार्यालय इस नि:शुल्क सुविधा की जगह विभिन्न प्रकार के फोंट और बहुभाषी सॉफ्टवेयरों का प्रयोग कर रहे हैं, जिससे सूचना हस्तांतरण में तकनीकी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इस कारण हिंदी की फाइलों को, अंग्रेजी की तरह आसानी से एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर पर, आदान-प्रदान (transfer) नहीं कर पाते हैं। हिंदी पाठ (text) को दूसरे सॉफ्टवेयर में जोड़ने (paste) में भी समस्या आती है। अत: भारत सरकार के द्वारा केंद्र सरकार के सभी मंत्रालय एवं अधीनस्थ कार्यालय/उपक्रम/सरकारी कार्यालय को यह निदेश दिया गया है कि केवल यूनिकोड समर्थित फोंट एवं यूनिकोड unicode एनकोडिंग के अनुरूप सॉफ्टवेयर का ही प्रयोग करें ।
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